दाँतो और हड्डियों के दुश्मनः बाजारू शीतल पेय
दाँतो और हड्डियों के दुश्मनः बाजारू शीतल पेय
क्या आप जानते हैं कि जिन बाजारु पेय पदार्थों को आप बड़े शौक से पीते हैं, वे आपके दाँतों तथा हड्डियों को गलाने के साधन हैं ? इन पेय पदार्थों का ‘पीएच’ (सान्द्रता) सामान्यतः 3.4 होता है, जो कि दाँतों तथा हड्डियों को गलाने के लिये पर्याप्त है।
लगभग 30 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद हमारे शरीर में हड्डियों के निर्माण की प्रक्रिया बंद हो जाती है। इसके पश्चात् खाद्य पदार्थों में एसिडिटी (अम्लता) की मात्रा के अनुसार हड्डियाँ घुलनी प्रारंभ हो जाती हैं।

एक प्रयोग के दौरान एक टूटे हुए दाँत को ऐसे ही पेय पदार्थ की एक बोतल में डालकर बंद कर दिया गया। दस दिन बाद उस दाँत को निरीक्षण हेतु निकालना था परन्तु वह दाँत बोतल के अन्दर था ही नहीं अर्थात् वह उसमें घुल गया था। जरा सोचिये कि इतने मजबूत दाँत भी ऐसे हानिकारक पेय पदार्थों के दुष्प्रभाव से गल-सड़कर नष्ट हो जाते हैं तो फिर उन कोमल तथा नर्म आँतों का क्या हाल होता होगा जिनमें ये पेय पदार्थ पाचन-क्रिया के लिए घंटों पड़े रहते हैं।
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